Bhagyashree: पहलगाम हमले पर सवाल करने वाले शख्स पर गुस्सा हुईं भाग्यश्री, बोलीं, ‘इसकी हिम्मत कैसे हुई…’

 


Bhagyashree: पहलगाम हमले पर सवाल करने वाले शख्स पर गुस्सा हुईं भाग्यश्री, बोलीं, ‘इसकी हिम्मत कैसे हुई…’

पहलगाम हमले ने देश को किया आहत

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। निर्दोष नागरिकों पर हमले की खबर सामने आते ही पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल बन गया। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक, हर तरफ आतंकवाद के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

भाग्यश्री ने जाहिर किया गुस्सा

फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने न सिर्फ हमले की निंदा की, बल्कि उन लोगों पर भी गुस्सा जाहिर किया जो हमले को लेकर अनावश्यक सवाल उठा रहे हैं। भाग्यश्री ने कहा:

“इसकी हिम्मत कैसे हुई… इतनी बड़ी त्रासदी के समय ऐसे सवाल उठाने की?”

उनका गुस्सा साफ तौर पर उन लोगों के लिए था जो हमले के संदर्भ में शहीदों के बलिदान पर सवाल उठा रहे थे।

सोशल मीडिया पर भाग्यश्री का बयान

  • भाग्यश्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
  • उन्होंने लिखा कि यह समय पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़े होने का है, न कि घटना पर अनावश्यक सवाल उठाने का।
  • भाग्यश्री ने सवाल उठाने वाले व्यक्तियों की आलोचना करते हुए कहा कि उनके इस व्यवहार से देश की भावनाओं को ठेस पहुंची है।

भाग्यश्री ने किस पर साधा निशाना

हाल ही में कुछ लोगों ने पहलगाम हमले को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे, जिनमें से एक बयान काफी चर्चा में रहा।

  • इसी संदर्भ में भाग्यश्री ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
  • उन्होंने कहा कि देश के वीर जवानों और नागरिकों के बलिदान का सम्मान किया जाना चाहिए।
  • दुख की घड़ी में एकजुटता दिखाना ही सच्ची देशभक्ति है।

भाग्यश्री का भावनात्मक संदेश

भाग्यश्री ने अपने संदेश में लिखा:

“हमारे वीर जवान और निर्दोष नागरिक आतंक का शिकार हुए। ऐसे समय में हम सभी का कर्तव्य है कि हम एकजुट होकर आतंक के खिलाफ आवाज उठाएं। सवाल उठाकर उनके बलिदान का अपमान न करें।”

उनके इस पोस्ट पर हजारों लोगों ने प्रतिक्रिया दी और उनका समर्थन किया।

देश की भावना के साथ जुड़ी भाग्यश्री

  • भाग्यश्री हमेशा से सामाजिक मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखती रही हैं।
  • चाहे प्राकृतिक आपदा हो या राष्ट्रीय संकट, उन्होंने हमेशा देश के साथ खड़े रहने का संदेश दिया है।
  • इस बार भी उनका रुख साफ था — देश पहले, बाकी बातें बाद में।

सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं

भाग्यश्री के बयान के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं भी आईं:

  • “भाग्यश्री जी ने बिल्कुल सही कहा। ये समय एकता का है।”
  • “आज के समय में कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए देश के जख्मों पर नमक छिड़कते हैं।”
  • “भाग्यश्री का यह बयान दिल से निकला है, और हर भारतीय की भावना को दर्शाता है।”

आतंक के खिलाफ एकजुटता की जरूरत

भाग्यश्री का यह संदेश केवल एक प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि एक आह्वान था।

  • आतंक के खिलाफ लड़ाई में देश को एकजुट रहना बेहद जरूरी है।
  • पीड़ितों के परिवारों के दुख में साथ देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
  • सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करना चाहिए, खासकर संवेदनशील मामलों में।

सवाल उठाना या संवेदनशीलता खो देना?

आज के समय में सोशल मीडिया ने हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का मंच दिया है। लेकिन:

  • हर विषय पर सवाल उठाना जरूरी नहीं होता।
  • खासकर जब मामला शहीदों और देश की सुरक्षा से जुड़ा हो।
  • इस समय सवाल नहीं, समर्थन की जरूरत होती है।

भाग्यश्री की अपील

अपने संदेश के अंत में भाग्यश्री ने अपील की:

“आइए, हम सभी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों। शहीदों के बलिदान को व्यर्थ न जाने दें। उनके सम्मान में सवाल नहीं, श्रद्धा दिखाएं।”

यह संदेश न सिर्फ भावनात्मक था, बल्कि हर भारतीय के दिल से जुड़ता है।

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