90 के दशक की इन 7 हसीनाओं की खूबसूरती का आकर्षण था चांद की झलक, 90 के दशक की इन 7 हसीनाओं की खूबसूरती का आकर्षण थी चांद की
झलक, 90 के दशक की इन 7 हसीनाओं की खूबसूरती का आकर्षण थी बॉलीवुड की इन 7 हसीनाओं की खूबसूरती का आकर्षण। लोग एक झलक पाने के लिए घंटों-घंटों घर के बाहर रहते थे। आइए इन पिक्स पर एक नज़र डालें…
एस्टर कपूर: प्रेमी आंख वाली शेखी
- आदर्श कपूर ने 17 साल की उम्र में फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से बॉलीवुड में कदम रखा।
- उनकी बचपन की फिल्में और दमकती त्वचा ने उन्हें 90 के दशक का स्टाइल आइकन बना दिया।
- ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘दिल तो पागल है’ जैसी फिल्मों ने उन्हें घर-घर की पसंद बना दिया।
- प्रेमी अपनी एक झलक पाने के लिए अपनी यूनिवर्सिटी के दौरान घंटों तक बने रहे।
- उनकी मासूमियत और मासूमियत ने लाखों दिलों को अपना दीवाना बना दिया था।
मनीषा कोइराला: नेपाली वास्तुकला का उदाहरण
- मनीषा कोइराला ने ‘सौदागर’ फिल्म से बॉलीवुड में तहलका मचा दिया।
- उनकी नैचुरल खूबसूरती, चमकदार बाल और बोलती आंखें उनके सबसे अलग उदाहरण हैं।
- ‘बॉम्बे’, ‘खामोशी’ और ‘गुप्त’ जैसी फिल्मों में उनकी ग्लैमरस और सादगी दोनों देखने को मिलती हैं।
- वह स्क्रीन पर खूबसूरत खूबसूरत लड़की थी, असल जिंदगी में वह भी सबसे खूबसूरत निखरी हुई थी।
- उनकी मुस्कान देख लोग अपने दिल पर फिजियोथार्थ नहीं रख पाते थे।
रवीना मंसूर: टिप-टिप बार पानी वाली हुस्न की रानी
- रवीना टेलर को उनके बोल्ड लुक्स और चुलबुली मस्क के लिए जाना जाता था।
- ‘मोहरा’ फिल्म का गाना ‘टिप टिप बार पानी’ आज भी उनकी खूबसूरती की मिसाल है।
- उनकी क्लिप्स, बॉडी लैंग्वेज और स्क्रीन प्रेसिजन देखते ही बने थे।
- उन्हें देखने वाली सड़कों पर फूल बाबा दिए गए हैं, और कई तो शादी के प्रस्ताव भी दिए गए हैं।
- उनकी आँखों की गहराई और अदाओं ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया।
धक-धक गर्ल जिसने राज किया धक-धक गर्ल
- रफीफ मुर्शिद की मुस्कान को उनके दोस्त ने ‘1000 वॉट की स्माइल’ कहा था।
- उनका डांस, खासकर ‘एक दो तीन’ और ‘धक धक करने लगा’, आज भी आइकॉनिक है।
- वह युवा सुंदर, दिखने में सुंदर ही सुंदर अभिनेत्री भी थी।
- उनकी आंखों की चमक और दिलकश अदाएं देख लोग दीवाने हो गए थे।
- शादी के बाद भी उनकी मौलिकता में कोई कमी नहीं आई।
लेखक के लेखक: लॉन्ग काया और ग्लैमरस लुक की धनी
- लेखक की हयातौबा, टोंड तल और चमकती त्वचा उन्हें भीड़ में अलग-अलग जगह रखती है।
- ‘बाजीगर’ में उनकी मासूमियत और ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ में उनका बोल्ड अवतार यादगार है।
- वह फिटनेस के आइकन हैं और आज भी हैं।
- उनकी हर फिल्म में एक नए अंदाज का नजारा देखने को मिला।
- प्रेमी अपने पोस्टर्स को दीवारों पर रखकर पूजा करते थे।
फॉक्स मंटोंडकर: सौंदर्य और रहस्य का मेल
- फॉक्स ने ‘रंगीला’ से जो तहलका कलाकार को आज तक याद किया है।
- उनकी डोली सी चाल और कातिल अदाएं लाखों दिलों के दीदार बन गए।
- वह एक्सपेरिमेंटल रोल्स के लिए जेनेटिक थी, लेकिन हर रूप में खूबसूरत दिखती थी।
- उनकी स्टाइलिस्ट कोलेडिज़ कॉपी करती हैं।
- वह ग्रेस और ग्रेस दोनों की मिसाल थी।
जुही चावला: मासूमियत की मूरत
- जूही राइसा की हंसी को ‘मोस्ट मॉय हंसी’ कहा जाता था।
- ‘कयामत से कयामत तक’ लेकर ‘यास बॉस’ तक उन्होंने राज किया।
- उनकी मासूमियत, चुलबुलापन और साफ दिल ने उन्हें सब कुछ बना दिया।
- लोग कहते थे कि जूही की आंखों में सच्चाई झलकती है।
- वह उतनी ही सुन्दर, उतनी ही सुन्दर और सुन्दर भी थी।
क्यों थी इन हसीनाओं की दीवानगी ये कादर?
- इन कलाकारों की खूबसूरती नैचुरल थी, मेकअप का ज्यादा सहारा नहीं था।
- उनका पहनावा, हेयरस्टाइल और स्टाइल आज भी ट्रेंड में हैं।
- आँखों की गहराई, मुस्कान की मासूमियत और चाल की कशिश बेमिसाल थी।
- उस दौर में सोशल मीडिया तो नहीं था, लेकिन फिर भी दीवानागी सर फ्रेंड बोलती थी।
- दोस्तों के लिए चर्चा थी, गाने लिखे थे और दीवारों पर उनका नाम शहीदवाते थे।